नारियल मानव को प्रकृति द्वारा प्रदत्त अनेक
गुणों की खान के रूप में एक अनूठा फल है। नारियल के वृक्ष समुद्र तट के आसपास और
दक्षिण भारत में प्रमुख रूप से केरल, पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों और उड़ीसा
में बहुतायत से मिलते हैं। महाराष्ट्र में मुंबई तथा गोवा में भी इसकी उपज होती
है।
नारियल का मानव के दैनिक जीवन में अत्याधिक महत्व
है। सभी माँगलिक कार्यों में शुभ माने जाने के अलावा नारियल प्रोटीन,
कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, कैल्शियम, आयरन व फाईबर से भरपूर होता है जो शरीर को
आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसमें अनेक पाचक रस भी पाये जाते हैं। इसकी तासीर
ठंडी होती है। नारियल में पौष्टिक तत्वों के अतिरिक्त अनेक औषधीय तत्वों का भी
समावेश होता है। आइये, नारियल के विभिन्न गुणों के बारे में विस्तार से जानें।
- पाचन तंत्र में विषमता, आाँत्रशोध, अपच, अतिसार
व पेचिस में नारियल के कच्चे गूदे के सेवन से राहत मिलती है।
- एसिडिटी के उपचार के लिये सूखा नारियल एक
कारगर व उपयोगी दवा है।
- नारियल के दूध से मुँह के अल्सर में भी आराम मिलता है।
- नारियल का पानी शरीर को ताजगी व शीतलता प्रदान
करके गैस व वमन में भी राहत दिलाता है।
- सनबर्न हो जाने पर त्वचा पर नारियल का पानी
लगाने से सनबर्न से छुटकारा मिलता है तथा साथ ही त्वचा में चमक व गोरापन आता
है।
- त्वचा के जलने के कारण होने वाले जख्मों पर
नारियल का तेल लगाने से जलन कम होने के साथ ही ठंडक मिलती है व घाव ठीक हो
जाते हैं।
- नारियल का तेल बालों की जड़ों को मजबूत करता
है। नारियल के तेल में कपूर मिलाकर लगाने से बालों के डैंड्रफ से छुटकारा
मिलता है।
- नारियल के तेल के लगातार प्रयोग से जलने के पुराने
दाग व चेहरे के अन्य दाग-धब्बे भी साफ हो जाते हैं।
- नारियल का पानी हल्का,
प्यास बुझाने वाला, अग्निप्रदीपक, वीर्यवर्धक
तथा मूत्र संस्थान के लिए बहुत उपयोगी होता है।
- नींद न आने की स्थिति में नारियल के दूध का
उपयोग बहुत गुणकारी एवं लाभदायक है।
- स्वादिष्ट भोजन-मिष्टान्न में सूखे कटे एवं पिसे
हुए नारियल का प्रयोग होता है।
- बुखार के कारण बार-बार लगने वाली प्यास के
इलाज के लिए नारियल की जटा को जलाकर गर्म पानी में डालकर रख दें। जब यह पानी ठंडा
हो जाए तो छानकर इसे रोगी को पीने दें। इससे प्यास मिटती है।
- नारियल के पानी की दो-दो बूँद सुबह-शाम कुछ
दिनों तक नाक में टपकाने से आधा-सीसी के दर्द में बहुत आराम मिलता है।
- आँतों में कृमि की समस्या से निपटने के लिए
हरा नारियल पीसकर उसकी एक-एक चम्मच मात्रा का सुबह-शाम नियमित रूप से सेवन
करना चाहिए।
- सभी प्रकार की चोट-मोच की पीड़ा तथा सूजन दूर
करने के लिए नारियल का बुरादा बनाकर उसमें हल्दी मिलाकर प्रभावित स्थान पर पट्टी
बाँधें और सेंकें।
- विभिन्न त्वचा रोगों जैसे खाज-खुजली में
नारियल के तेल में नीबू का रस और कपूर मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाने से लाभ
मिलता है।
- स्वस्थ सुंदर संतान प्राप्ति के लिए गर्भवती
महिला को नारियल के 3-4 टुकड़े
प्रतिदिन चबा-चबाकर खाने चाहिए। इसके साथ एक चम्मच मक्खन, मिश्री तथा थोड़ी सी पिसी हुयी कालीमिर्च
मिलाकर चाटें। बाद में थोड़ी सी सौंफ चबाएँ। इसके आधे घंटे बाद तक कुछ भी
खाना-पीना नहीं चाहिए।
- नारियल हमें मोटापे से भी बचाता है। वैज्ञानिकों
के अनुसार एक स्वस्थ वयस्क के भोजन में प्रतिदिन 15 मिग्रा. जिंक होना जरूरी है जिससे मोटापे से बचा जा सके। ताजा नारियल
में जिंक भरपूर मात्रा में होता है।
- हैजे में यदि उल्टियाँ बंद न हो रही हों तो
रोगी को तुरंत नारियल पानी पिलाना चाहिए। इससे उल्टियाँ बंद हो जाती हैं।
- गर्मी में लगने वाले दस्तों में एक कप नारियल
पानी में पिसा जीरा मिलाकर पिलाने से दस्तों में तुरंत आराम मिलता है।
नारियल द्वारा नाना प्रकार की मिठाईयाँ बनाई जाती
हैं जो स्वास्थ्य की दृष्टि से पौष्टिक होने के साथ ही साथ स्वाद में भी लाजवाब
होती हैं ।मुँह में पानी आने लगा ना.. चलिए कम समय और कम लागत में बनने वाली
नारियल की कुछ स्वादिष्ट झटपट रेसीपी बताती हूँ-
नारियल की मलाई बर्फी-
1कटोरी मलाई ,1 कटोरी कसा नारियल,1कटोरी चानी,
पीसी इलायची ।
मलाई,नारियल व चीनी तीनों को कड़ाही में एक साथ
डालें फिर धीमी आँचपर मिश्रण के गाढ़ा होने तक चलायें फिर उसमें पीसी इलायची डालकर
प्लेट में जमा लें। है न आसान।
नारियल का मुखवास-
नारियल को घिसकर उसमें पीसी चीनी या
मिश्री,इलायची पाउडर व सौंफ अच्छी तरह मिलाकर खाने के बाद खाइये और खिलाइये सब तारीफ किये बिना नहीं रह
पायेगें।
नारियल के इतने गुणों को जानकर मैंने तो नारियल को अपनी जिंदगी में शामिल
करने का पक्का इरादा कर लिया है आपका क्या इरादा है ? वैसे नारियल से दोस्ती फायदे का सौदा है ...
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